परिवार बोला- तभी होंगे क्वारंटाइन जब जैकी होगा हमारे साथ अधिकारियों को कितनी परेशानी झेलना पड़ती है ऐसे लोगों के  कारण


 



 भोपाल मे एक अजब गजब मामलाा सामने आया जहांगीराबाद क्षेत्र का एक परिवार क्वारंटाइन में जाने के लिए सिर्फ इस बात पर तैयार हुआ कि उनके साथ उनका 'जैकी' भी जाएगा। बता दें कि जैकी कोई इंसान नहीं, बल्कि परिवार का चहेता डॉगी है। जिसे परिवार के साथ क्वारंटाइन किया गया है। क्वारंटाइन सेंटर में ले जाने से पहले सूची में जैकी का नाम भी शामिल किया गया। परिवार के साथ ही जैकी का नाम लिखकर परिवार को महावीर मेडिकल कॉलेज का कमरा नंबर आठ आवंटित किया गया। जहां यह परिवार तीन दिन से रह रहा है। इतना ही नहीं जैकी के नाम से एक अलग खाने का बाक्स दिया जाता है, ताकि क्वारंटाइन जैकी भूखा न रहे।



प्रशासन के अधिकारियों को कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए किन-किन परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसका ताजा उदाहरण डॉगी को क्वारंटाइन सेंटर लाने की अनुमति देने से सामने आया है। पहले तो इसके लिए अधिकारियों ने मना कर दिया, लेकिन कोराना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए परिवार को क्वारंटाइन करना जरूरी था, क्योंकि एक ही बिल्डिंग में 10 परिवार के 40 लोग रहते थे। लिहाजा डॉगी को भी साथ ले जाने की अनुमति दी गई।



  1. सेंटर में 'जैकी' का खौफ



इधर, तीन दिन से इस सेंटर पर अन्य क्वारंटाइन लोगों को जैकी का खौफ सता रहा है, कि कहीं वह किसी को काट न ले। सेंटर में हंगामा मचा हुआ है। सभी भयभती हैं और बार-बार जैकी के भौंकने से परेशान हो रहे हैं। तहसीलदार बैरागढ़ ने बताया यह परिवार जहांगीराबाद क्षेत्र का है।



  1. यहां नहीं मिलता भरपेट खाना


इधर, क्वारंटाइन सेंटर के कुछ लोगों ने बताया कि उन्हें जो खाना दिया जाता है, वह पर्याप्त नहीं है। सुबह 30 ग्राम पोहा, 30 एमएल चाय मिलती है। दोपहर में 4 रोटी, एक छोटी कटोरी दाल, सब्जी व चावल दिया जाता है, जो पर्याप्त नहीं है। क्वारंटाइन सेंटर के लोगों का कहना है कि इससे अच्छा तो उन्हें घर पर ही क्वारंटाइन कर दिया जाता।



जहांगीराबाद क्षेत्र का एक परिवार महावीर मेडिकल कॉलेज में शहर वृत्त एसडीएम के द्वारा क्वारंटाइन करवाया गया है। देर रात इन्हें यहां शिफ्ट किया गया। जिसकी जानकारी मुझे दूसरे दिन प्राप्त हुई। यह सच है कि परिवार के साथ एक डॉगी भी है, लेकिन इसकी जानकारी हमें क्वारंटाइन सेंटर का निरीक्षण करने के बाद मिली           




  1. मनोज उपाध्याय, एसडीएम, बैरागढ़